अविनाश वाचस्पति का स्नेह आमंत्रण
वैसे तो इसे इंटरनेशनल नाम दिया गया है लेकिन जलजला ने चैलेंज किया है की वो वहाँ होंगे और कोई उन्हे पहचान नहीं पाएगा इसलिये इसे ग्लोबल नाम दे दिया जाना चाहिए .
आगे क्या होता है ये राज तो समारोह के बाद ही पता चलेगा . जेब में मुद्रा जरूर ले के जायें और अपना बिल स्वयम चुकाएँ जिससे बाद में मुद्रा संबंधित कोई विवाद न खड़ा हो और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को बुलाना पड़े .